ऑस्टेलियन पुलिस के लिए मोबाइल फॉरेंसीज का काम देखने वाले किम कोर प्राइवेट कंपनियों और अपने स्पाउस पर नजर रखने की चाहत रखने वालों के लिए भी काम करते हैं। उन्होंने बताया कि डिवाइस की मदद से पुराने टेक्स्ट मेसेज को ढूंढा जा सकता है। दरअसल, कोर और उनके असोसिएट गैरी अपने गैजट्स से भरे सूटकेस, लैपटॉप और स्कैनिंग डिवाइस के साथ पूरे ऑस्ट्रेलिया में ट्रैवल करते रहते हैं, ताकि मोबाइल फोनों से प्राइवेट इंफॉर्मेशन निकाल सकें। गैरी बताते हैं, 'जब हम हैंडसेट से मेसेज डिलीट करते हैं, तो वह मोबाइल के सिम में चला जाता है। जब तक उसमें स्पेस रहता है, तब तक वह सिम में सेफ रहता है।'
दिलचस्प बात यह है कि करीब 12 लाख रुपये का उनका स्कैनिंग डिवाइस ब्लू टूथ की तरह दूर से ही मोबाइल फोन से सीक्रेट इंफॉर्मेशन स्कैन कर सकता है। गैरी के मुताबिक, पिछले दशक के दौरान फोन में सिर्फ फोन मेमरी और कॉन्टैक्ट बुक हुआ करती थी, जबकि आजकल के स्मार्ट फोन जीपीएस और वाई-फाई से लैस हैं, जिनमें ईमेल भी फोन पर लोड की जा सकती है।
वैसे, किम कोर के मैजिकल डिवाइस से और भी बहुत कुछ हो सकता है। थोड़े डिवेलपमेंट के बाद वह एंप्लॉयर्स को एंप्लॉई के मोबाइल को ट्रैक करने की सुविधा भी दे सकते हैं। ऐसे में कोर मोबाइल पर विश्वास करने की सलाह नहीं देते और उनका कहना है कि उसमें बैंक की डिटेल रखना कतई समझदारी नहीं है। वैसे, हो सकता है कि यह खबर पढ़ने के बाद लोग मोबाइल में अपनी पर्सनल डिटेल रखना भी बंद कर देंगे!
No comments:
Post a Comment